महिला सुरक्षा कर्मियों की कमी झेल रहा है रेल प्रशासन मुंबई - एक तरफ जहां देश में महिलाओं के साथ महिला सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। कुल ८६ महिला होनेवाली घटनाओं को लेकर पूरे देश में हो हल्ला पुलिसकमियों में से ४१ को उड़नदस्ते में रखा मचा हुआ है वहीं दूसरी तरफ मुंबई की लाईफ गया है, ये महिला सुरक्षाकर्मी छोटी-छोटी टीम लाईन माने जानेवाली रेलवे प्रशासन महिलाओं बनाकर ट्रेनों में घूमती रहती हैं। इसका मतलब को सुरक्षा दिए जाने में महिला सुरक्षा कर्मियों की है स्टेशनों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी केवल ४५ कमी झेल रहा है।इस संदर्भ में प्राप्त जानकारी की महिला सुरक्षाकमियों पर है। हालांकि, जीआरपी मानें तो रेलवे सुरक्षा बल के १७०० जवानों में के पास ७७५ महिला पुलिसकर्मी होने से पश्चिम महिला सुरक्षा कर्मियों की संख्या मात्र ८६ बताई और मध्य रेलवे पर आरपीएफ को थोड़ी मदद जा रही है, तो पश्चिम रेलवे खंड में इनकी मिल जाती है। इस बारे में एक आकंड़ा यह संख्या मात्र ४५ ही है। महिला सुरक्षाकर्मियों की भी बता रहा है कि महिल । शेष पेज ३ पर संख्या कम होने से महिला यात्रियों को ही परेशानी कर्जत-कसारा, पनवेल और रोहा तक फैला है। संख्या नहीं है। मध्य रेलवे पर ८० में से केवल । सुरक्षाकर्मियों की संख्या होती है। मध्य रेलवे का दायरा सीएसएमटी से इतने विस्तार के बावजूद सुरक्षाकमियों की पर्याप्त १९ उपनगरीय स्टेशनों पर ही आरपीएफ की कम होने के कारण मध्य