दलालो पर  नसीराबाद पोलिस की मार


नसीराबाद थाने के प्रभारी श्रीराम पाण्डेय

 

दलालो पर  नसीराबाद पोलिस की मार

रायबरेली, छतोह -  नसीराबाद पोलिस थाने के नए प्रभारी श्रीराम पाण्डेय ने पदभार संभालते ही सबसे पहला काम दलालो के थाने परिसर मे रोक लगाने का किया है साथ ही अब यहां अपराधो पर नियन्त्रण भी हो रहा है

मालुम हो की नसीराबाद थाना कभी दलालो का गढ माना जाता था ,शिकायत कर्ता की शिकायत दर्ज करने मे भी आना कानी होती थी इन पर किस तरह नियन्त्रण किया गया ये खुद थाना प्रभारी श्रीराम पांडेय ने नवसत्ता से बयान किया ,अपने व्यस्त समय मे उन्होने समय निकाल कर नसीराबाद की कानून व्यवस्था पर चर्चा की श्रीराम पाण्डेय ने बताया की नसीराबाद मे महिला सम्बन्धी ,पेड़ कटाई ,नाला , जमीन सम्बन्धी विवाद अधिक आते थे ताज्जुब इस बात पर होता था की शिकायत कर्ता अपनी बात थाने मे रखने के लिये किसी दुसरे को साथ लाता था सब से पहले उसे बन्द किया गया,शिकायत कर्ता स्वयं आकर तहरीर दे सकता है अपनी बात कह सकता है 

जब उनसे पुछा गया महिला सम्बंधी अधिक शिकायतें होने पर महिला स्टाफ कितना है ? उन्होने बताया की महिलाओ की समस्याओ के निवारण के लिये 10 महिला स्टाफ है उन्होने कहा की फिलहाल महिला सम्बंधी अपराध ना के बराबर हो गए है 

उन्होने माना की पहले 4 पहिया अथवा बिलेरो गाडियाँ लेकर दलाल आते थे ताकी पोलिस पर दबाव बना सकें लेकिन अब बुलेरो ही नही किसी भी चार पहिया वाहनो को थाने मे प्रवेश वर्जित कर दिया गया है ,उन्होने बताया की शराब पीकर वाहन चलाने वालो पर सख्ती बरतने से दुर्घटनाएं कम हो गई है 

रात मे पोलिस गस्त बढा दी गई जिसका परिणाम हुआ की चोरी ,लूट ,छिनैती की घटनाएँ खत्म हो गई है पाण्डेय ने बताया की सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक जनता दरबार लगाया जाता है जिसमे लोग अपनी बात रखते है ,उन्हे बताया जाता है की पोलिस उनकी मित्र है नाकि उनकी दुश्मन इसलिए अपनी शिकायतें वो बिना किसी डर के थाने मे दर्ज करा सकते है 

नसीराबाद थाने के नए प्रभारी हसमुख स्व्भाव के भले हो लेकिन अपराधियो के लिये सक्त है बहरहाल नया अधिकारी बडे बडे दावे करता है अब देखना है उनका दबदबा आगे भी कायम रहता है या फिर वही जंगल राज होगा