*मुंबई:* देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बुधवार की रात करीब 11 बजे मालाड वेस्ट के मालवानी इलाके में एक चार मंजिला इमारत के गिरने से हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से रज़ा एकेडमी के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाक़ात की। साथ ही घायलों का भी हाल जाना।अल्हाज मुहम्मद सईद नूरी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने हादसे की जगह का भी मुआयना किया। नूरी साहब ने कहा कि भारी बारिश के कारण हुए इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 18 लोग घायल हो गए। मृतकों में 8 बच्चे शामिल हैं। उन्होने कहा कि हादसे में लोगों के पूरे के पूरे परिवार तबाह हो गए है।उन्होने कहा कि शहर में कई अब भी जर्जर इमारते है। जिनमे लोग रह रहे है। ये इमारते हादसो को बुलावा दे रही है। बीएमसी और राज्य सरकार को ऐसी इमारतों का सर्वे कराकर खाली कराया जाना चाहिए और इन इमारतों को समय रहते हुए नष्ट कर देना चाहिए।वहीं हजरत सय्यद मोईन मियां ने परिजनों से मुलाक़ात कर कहा कि राज्य सरकार को घायलों को अच्छे से अच्छा इलाज उपलबद्ध करना चाहिए। साथ ही मारे गए लोगों के परिजनों को 25 लाख और घायलों को 5 लाख रुपए की तत्काल आर्थिक मदद देनी चाहिए।उन्होने कहा कि हर साल बारिश के आने के साथ ही ऐसे बड़े हादसे सामने आते है। उन्होने कहा कि इस हादसे में सरकारी कर्मचारियों की गंभीर लापरवाही सामने आई है। ऐसे दोषी कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाने की जरूरत है। आज भी अधिकतर आबादी चालों में अपनी जिंदगी गुजारने को मजबूर है। राज्य सरकार को योजना के तहत इनके लिए मकानों की व्यवस्था की जानी चाहिए।
इस दौरान साजिद मियां, सैयद मखदूम मियां, मौलाना जफरुद्दीन रिजवी, सूफी नजर आलम, सूफी हसन बाबा, मौलाना रमजान, आसिफ भाई, शफी भाई, इरफान, काब मियां, फिरोज हाशमी, कारी अजीम साहिब, कारी लतीफ साहिब, मौलाना मोहम्मद फारूक निजामी, कारी निजामुद्दीन, मोहम्मद आजम, रिजवान अजमेरी, इमरान कुरैशी अशरफी, इरफान शेख अशरफी, वसीम कुरैशी सकलैनी आदि उपस्थित थे।
इस दौरान साजिद मियां, सैयद मखदूम मियां, मौलाना जफरुद्दीन रिजवी, सूफी नजर आलम, सूफी हसन बाबा, मौलाना रमजान, आसिफ भाई, शफी भाई, इरफान, काब मियां, फिरोज हाशमी, कारी अजीम साहिब, कारी लतीफ साहिब, मौलाना मोहम्मद फारूक निजामी, कारी निजामुद्दीन, मोहम्मद आजम, रिजवान अजमेरी, इमरान कुरैशी अशरफी, इरफान शेख अशरफी, वसीम कुरैशी सकलैनी आदि उपस्थित थे।