धारावी पुलिस की लापरवाही , २० घंटे से अधिक दर्द से कराहती रही पीडिता , नहीं किया मामला दर्ज

मुंबई - देश की आर्थिक राजधानी कही जानेवाली मुंबई भी अब दिल्ली और अन्य शहरों की तरह ही बलात्कार जैसे अपराधों की राजधानी बनते जा रही है , इसी मुंबई शहर के धारावी इलाके से एक १९ वर्षीय युवती को बीच सड़क से अगवा कर लगातार ३ दिनों तक उसके साथ बलात्कार किये जाने की घटना प्रकाश में आयी है . हालाँकि बलात्कार नवी मुंबई समेत अन्य इलाकों में ले जाकर किया गया है पर लापरवाही का आरोप धारावी पुलिस पर लगाया जा रहा है धारावी पुलिस द्वारा पीडिता को समय पर मेडिकल आदि के लिए न ले जाने और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने में लापरवाही का आरोप पीड़ित के परिजनों ने लगाया है . पीड़ित के बयान के मुताबिक २७ जनवरी २०२२ को पीड़ित सायन इलाके से गुजर रही थी की  छात्रा को एक कार में तीन से चार लोगों द्वारा अपहरण कर लिया गया।फिर उसे नई मुंबई के एक होटल में ले जाया गया जहां उसके साथ बलात्कार किया गया। उसके बाद पीड़िता को अलग अलग जगह पर ले गया। परिवार का आरोप है कि अपहरण करने वाले जान पहचान वाले ही हैं जो कि पारिवारिक दुश्मनी के चलते मासूम को अपहरण कर बलात्कार किए हैं। पुलिस ने पीड़ित परिवार के लोगों की निशानदेही पर उन जान पहचान वालों पर दबिश बनाया तब जाकर कहीं पुलिस को पता चला कि लड़की गोराई बीच के पास मौजूद है।लेकिन पुलिस ने उन लोगो पर अबतक मामला दर्ज नही किया गया क्योंकि आरोपी पुलिस मित्र बताया जा रहा है, 27 तारीख को लापता हुई लड़की 29 तारीख की रात 9 बजे गोराई इलाके से पुलिस को नाजुक अस्वस्थ हालात में मिलीबीच सड़क से अपहरण करने के बाद बलात्कार कर उसे सड़क पर फिर से छोड़ दिया।बताया जा रहा है कि पीड़िता के शरीर पर जला कर नाम लिखा गया, इतना ही नही पीड़िता के गुप्तांग पर भी जख्म दिया गया है। फिलहाल पीड़िता का सायन हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।परिवार का आरोप हैं कि धारावी पुलिस पीड़िता को जख्मी हालत में पूरे रात भर पुलिस स्टेशन में बैठाकर रखा और आज दोपहर सायन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। परिवार का यह भी आरोप हैं कि धारावी पुलिस ने 24 घंटे बितने के बाद भी कोई मामला दर्ज नही किया हैं। । परिवार का आरोप है कि पीड़िता को पुलिस थाने में लाने के बाद पुलिस ने 29 तारीख रात 9 बजे से लेकर 30 तारीख की दोपहर 4 बजे तक पीड़िता को पुलिस थाने में ही बैठा कर रखा,ना ही उसका बयान दर्ज किया गया और ना ही उसका मेडिकल टेस्ट किया गया। पीड़ित के भाई के अनुसार उनकी बहन रात भर दर्द के कारण पुलिस थाने में तड़प रही थी बार बार मिन्नते करने के बाद भी पुलिस ने अस्पताल नही पहुचाया। दोपहर 3 बजे जब पीड़िता ने खुद को ज्यादा अस्वस्थ बताया तब जाकर पुलिस ने उसे सायन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। इलाज के दौरान परिवार ने जब पुलिस को पूछा कि मामला क्यों नहीं दर्ज हुआ तो पुलिस का कहना है कि यह तो उनके पुलिस थाने के अंतर्गत का मामला नहीं है,दूसरे पुलिस थाने के लोग इस मामले की जांच करेंगे। अब सवाल यह उठता है कि 19 वर्षीय छात्रा के साथ हुए इस अपहरण और बलात्कार मामले में पुलिस ने मामला दर्ज करने में इतनी देर क्यों लगाई ? आखिर क्यों पुलिस ने पीड़िता को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया ? आखिर क्यों पुलिस को 20 घंटे लग गए थाना पता करने के लिए ? इन सभी सवालों का जवाब परिवार चाहता है, क्या धारावी पुलिस की इस लापरवाही पे पुलिस के आला अधिकारी संज्ञान लेंगे और धारावी पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ कारवाई करेंगे?